( 2 Sep, 2015) अर्थव्यवस्था Published By : upscgk.com अर्थव्यवस्था मध्यप्रदेश, भारत का दूसरा सबसे बड़ा राज्य है, जो देश के 9.38% क्षेत्र पर बसा है और जो खनिज संसाधनों के मामले में भी दूसरा समृद्धतम राज्य है। मुख्यत: यहां कृषि और देहाती अर्थव्यवस्था है। इंदौर, भोपाल, ग्वालियर और जबलपुर जैसे अधिक अग्रिम जिलों में मुख्य रूप से औद्योगिक विकास केंद्रित हुआ है। मध्यप्रदेश ने भारत के खनिज उत्पादन में बड़ा योगदान दिया है। भिलाई और छिन्दवाड़ा जिले में मैंगनीज के बड़े भंडार पाए जाते हैं। भारत के कुल बॉक्साइट उत्पादन मे से 45% उत्पादन, राज्य में जबलपुर, मंडला, शहडोल, सतना और रीवा जैसे महत्वपूर्ण बॉक्साइट उत्पादन केन्द्रों से प्राप्त होता है। बालाघाट, जबलपुर और मंडला जिलों में लौह अयस्क पाया जाता हैं। मध्यप्रदेश राज्य के पूर्वोत्तर और सतपुड़ा क्षेत्रों में कोयले का समृद्ध भंडार है। पन्ना और छत्तीसगढ जिलों में हीरे का उत्पादन देनेवाला मध्यप्रदेश, भारत में हीरे का उत्पादन लेनेवाला इकलौता राज्य है। राज्य के कुल क्षेत्रफल मे से 30% से अधिक क्षेत्र पर जंगल छाया हुआ है। बालाघाट, मण्डला, शहडोल, सीधी जैसे पूर्वी जिलों में घने वन है। सागौन, साल, बांस और तेंदू के पेड यहां बडी संख्या में पाए जाते है। यहां के ग्रामीणों का मुख्य व्यवसाय खेती है और सोयाबीन, गेहूं और ज्वार (सोरघम) मुख्य फसलें हैं। कई हिस्सों में धान और बाजरा भी बोया जाता है। दलहन, अनाज और मूंगफली भी उगाए जाते हैं। नकदी फसलों मे कपास, गन्ना और तिलहन शामील हैं। मंदसौर, देश में सबसे बड़ा अफीम उत्पादक जिला है| नर्मदा, चंबल, ताप्ती, बेतवा, सोन, शिप्रा, काली सिंध और तवा जैसी प्रमुख नदियों पर भूमि की सिंचाई निर्भर है। चंबल और नर्मदा घाटी में पनबिजली उत्पादन की अच्छी क्षमता हैं। तापीय और पन बिजली उत्पादन के अलावा, अन्य कई पारंपरिक और गैर पारंपरिक बिजली परियोजनाएं कई जगह और प्रगति के विभिन्न चरणों में हैं। वर्तमान में 80 हजार किलोमीटर से अधिक लंबी सड़क बनी हुई है, जो लगातार बढ़ रही है। कम्युनिकेशन्स भी अच्छी तरह से विकसित हो रहे हैं| भारत के विभिन्न भागों को जोड़ने वाला रेल मार्ग मध्यप्रदेश से गुजरता है। यह राज्य दिल्ली, मुंबई, वाराणसी, नागपुर, बेंगलूर, हैदराबाद, चेन्नई जैसे सभी प्रमुख शहरों के हवाई अड्डों से भी जुडा हुआ है। राज्य में बीएसएनएल और अन्य निजी ऑपरेटरों द्वारा टेलीफोन और सेल्युलर सेवा प्रदान की जा रही है तथा इंटरनेट भी आसानी से उपलब्ध है। इंदौर, भोपाल, ग्वालियर और जबलपुर जिलों में ज्यादातर बड़े उद्योग हैं। राज्य में आज सीमेंट, चीनी, कागज, कपड़ा, स्टील, सोया, वाहन और दवाए प्रमुख उद्योग हैं। भोपाल में बीएचईएल, जबलपुर में सरकारी आयुध निर्माणी, देवास में करन्सी प्रिंटिंग प्रेस, नीमच में उपक्षार फैक्टरी तथा भोपाल में रेल कोच फैक्टरी जैसे केन्द्र सरकार के उल्लेखनीय संगठन राज्य में कामयाब रहे हैं। राज्य में खनिज विकास, कृषि और वन आधारित उद्योग औद्योगिक उत्पादन का मुख्य आधार रहे है। मध्यप्रदेश में प्रमुख पर्यटन स्थल बनने की विशाल क्षमता और संसाधनों मौजूद है। राज्य में ऐतिहासिक, पुरातात्विक, वास्तु और तीर्थयात्रा की दृष्टी से महत्वपूर्ण अनेक स्मारकों है। यहां के जंगल, वन्य जीवन से समृद्ध है। अपने केंद्रीय स्थान और आसानी से पहुंच के कारण यह राज्य, पर्यटन एक प्रमुख आकर्षण बनता जा रहा है।